भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी की प्रेस वार्ता में उद्बोधन के मुख्य अंश
न्याय की बात वही कर सकता है जिसके पास विश्वसनीयता है और कांग्रेस के पास ऐसा कुछ नहीं है। इसके विपरीत श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार पर लोगों का विश्वास है क्योंकि हमारी पार्टी ने वह 5 साल में वह कर दिखाया जो कांग्रेस पार्टी ने 55 वर्षों में नहीं किया
**********
पंडित जवाहर लाल नेहरू ने गरीबी हटाओ का नारा दिया लेकिन गरीबी नहीं हटी, इसके बाद इंदिरा जी ने 1971 में यह नारा फिर दिया, उसके बाद राजीव गांधी ने दिया और फिर सोनिया-मनमोहन ने दिया। अब पंडित जी के नाती यह नारा दे रहे हैं
**********
राहुल गांधी 72,000 रुपए देकर गरीबी हटाने की बात कर रहे हैं। लेकिन सभी जानते हैं कि कांग्रेस का इतिहास अन्याय का इतिहास है। न्याय करने वाले के साथ विश्वसनीयता भी जुड़नी चाहिए। कांग्रेस की राजनीतिक साख खत्म हो गई है। न्याय करने वालों के साथ विश्वसनीयता खत्म हो गई है
**********
श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बड़े-बड़े काम हुए हैं और जनता में हमारी विश्वसनीयता बनी हुई है, हमने सामाजिक सेक्टर में बढ़िया काम किए जिसके आंकड़े भी मौजूद हैं
**********
न्याय की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी ने 1984 के दंगा पीड़ितों के साथ कोई न्याय नहीं किया। दंगे के आरोपियों पर कोई कदम नहीं उठाया गया। उलटे दंगा करने वालों का सम्मान हो रहा है। क्या यह न्याय है?
**********
चुनाव में चर्चा का स्तर कांग्रेस वाले बहुत नीचे ले गए हैं। प्रधान मंत्री देश का नेता होता है न कि किसी पार्टी विशेष का लेकिन उसके खिलाफ ऐसे अपशब्दों का इस्तेमाल कभी नहीं देखा गया। श्री गड़करी ने कहा कि विपक्ष निराश है और वह अपनी हार देख रहा है
**********
राहुल गांधी चुनाव में मुद्दों को उठाकर दूसरी ओर ले गए। क्योंकि उन्हें पता था कि जब विकास की बात होगी तो उन्हें दिक्कत होगी। राहुल ने प्रधान मंत्री के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उन्हें सुप्रीम कोर्ट से मांगनी पड़ी है। विपक्ष हताश और निराश है
**********
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज कांग्रेस पर जम कर हमला बोला और कहा कि पार्टी का इतिहास अन्याय का है। उन्होंने कांग्रेस की न्याय योजना पर तंज कसते हुए कहा कि न्याय की बात वही कर सकता है जिसके पास विश्वसनीयता है और कांग्रेस के पास ऐसा कुछ नहीं है। इसके विपरीत श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार पर लोगों का विश्वास है क्योंकि हमारी पार्टी ने वह 5 साल में वह कर दिखाया जो कांग्रेस पार्टी ने 55 वर्षों में नहीं किया।
कांग्रेस की गरीबी हटाओ योजना का जिक्र करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने गरीबी हटाओ का नारा दिया लेकिन गरीबी नहीं हटी, इसके बाद इंदिरा जी ने 1971 में यह नारा फिर दिया, उसके बाद राजीव गांधी ने दिया और फिर सोनिया-मनमोहन ने दिया। अब पंडित जी के नाती यह नारा दिया लेकिन गरीबी है कि हटी ही नहीं। अब राहुल गांधी 72,000 रुपए देकर गरीबी हटाने की बात कर रहे हैं। लेकिन सभी जानते हैं कि कांग्रेस का इतिहास अन्याय का इतिहास है। न्याय करने वाले के साथ विश्वसनीयता भी जुड़नी चाहिए। कांग्रेस की राजनीतिक साख खत्म हो गई है। उसकी नीतियां गलत थीं, भ्रष्टाचार का बोलबाला था और उनके पास दूरदर्शिता भी नहीं थी।
भाजपा वरिष्ठ नेता ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बड़े-बड़े काम हुए हैं और जनता में हमारी विश्वसनीयता बनी हुई है, हमने सामाजिक सेक्टर में बढ़िया काम किए जिसके आंकड़े भी मौजूद हैं। हमने 34 करोड़ लोगों के खाते खोले, जबकि उनके समय में सिर्फ 3.5 करोड़ लोगों के खाते खुले थे और हमने इल खातों में 70 हजार करोड़ रुपए जमा भी किए, उज्जवला योजना में हमने गरीबों को 7 करोड़ गैस कनेक्शन दिए, हर दिन 32 किलोमीटर राजमार्ग बनाने का काम चल रहा है जबकि पहले हर दिन सिर्फ दो किलोमीटर सड़कें बनती थीं। 1984 में राजीव जी ने गंगा सफाई का काम शुरू किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। श्री गड़करी ने कहा कि इस बार कुंभ में 20 करोड़ लोगों ने स्नान किया और गंगा निर्मल थी जबकि पिछली बार मारीशस के प्रधान मंत्री बिना नहाए हुए लौट गए थे। भाजपा नेता ने कहा कि हमने जल मार्ग बनाया तभी तो प्रियंका जी नाव पर वहां गई थीं और उन्होंने जल भी पिया।
उन्होंने कहा कि न्याय की बात करने वाली पार्टी ने 1984 के दंगा पीड़ितों के साथ कोई न्याय नहीं किया। दंगे के आरोपियों पर कोई कदम नहीं उठाया गया। उलटे दंगा करने वालों का सम्मान हो रहा है। उन्होंने पूछा. क्या यह न्याय है?
प्रधान मंत्री के विरुद्ध कांग्रेस द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपशब्दों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में चर्चा का स्तर कांग्रेस वाले बहुत नीचे ले गए हैं। प्रधान मंत्री देश का नेता होता है न कि किसी पार्टी विशेष का लेकिन उसके खिलाफ ऐसे अपशब्दों का इस्तेमाल कभी नहीं देखा गया। श्री गड़करी ने कहा कि विपक्ष निराश है और वह अपनी हार देख रहा है। इसलिए हताशा में कांग्रेस तथा उसके सहयोगी ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। राहुल गांधी चुनाव में मुद्दों को उठाकर दूसरी ओर ले गए। क्योंकि उन्हें पता था कि जब विकास की बात होगी तो उन्हें दिक्कत होगी। राहुल ने प्रधान मंत्री के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उन्हें सुप्रीम कोर्ट से मांगनी पड़ी है। विपक्ष हताश और निराश है उसे पता है कि वह हार जाएगा तो वह ऐसी भाषा पर उतर गया है। श्री गडकरी ने कांग्रेस की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी ने यह तय कर लिया है कि वह हर बात को चुनौती देंगे।
(महेंद्र पाण्डेय)
कार्यालय सचिव
To Write Comment Please लॉगिन